नई दिल्ली। कोरोना वारयस के , प्रकोप के चलते अमेरिका सहित दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के आर्थिक राहत पैकेज देने की खबरों के चलते बुधवार को एशियाई ब एशियाई बाजारों में तेजी का रुख दखा गया। वहा भारतीय शयर बाजार में कोरोना आफत बनकर टूटा है। सेंसेक्स करीब 1400 अंक टूट चुका है। खबर है कि अमेरिका 1,000 अरब डॉलर से अधिक के भारी भरकम राहत पैकेज का ऐलान कर सकता है। इस महामारी के चलते दुनिया के सभी देशों ने अपनी सीमाओं को बंद कर दिया है और ऐसा आशंका जताई जा रही है कि विश्व आर्थिक मंदी की चपेट में आने वाला है कारोबारी मांग पर बेहद नकारात्मक असर पड़ने के चलते उद्योग जगत सरकारों से राहत की मांग कर रहे हैं। ऐसे में मंगलवार को अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन मनुचिन ने कहा कि सरकार एक राहत पैकेज तैयार कर रही है, जो ,Ou0 अरब डालर तक का हा सकता है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में मीडिया से कहा, हम नहीं चाहते किलोगों की नौकरी छूटे और उनके पास गुजारे के लिए पैसे न हों।विभिन्न सरकारों द्वारा राहत पैकेज देने की खबर के कारण एशियाई बाजार तेजी के साथ खुले। टोक्यो में सुबह 1.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि सिंगापुर और वेलिंगटन में दो प्रतिशत से अधिक रात सआधक की तेजी देखने को मिली। शंघाई मिली। शघाई में 0.8 प्रतिशत और हांगकांग में 0.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई दूसरी ओर सिडनी पांच प्रतिशत से अधिक और जकार्ता तीन प्रतिशत गिरा। ताइपे और सियोल में भी मंदी देखने को मिली फांस ने कोरोना वायरस के संक्रमण से अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे असर को कम करने के लिये 45 अरब यूरो के राहत पैकेज की मंगलवार को वापणा का। मास कविरा मा ब्रुनो ली मेयर ने पैकेज की घोषणा करते हुए कहा कि इस साल फांस आर्थिक मंदी की चपेट में आ सकता है। न्यूजीलैंड ने कोरोना वायरस से फैली महामारी से अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे असर को दूर करने के लिए मंगलवार को 12.1 अरब न्यूजीलैंड डॉलर यानी 7.3 अरब अमेरिकी डॉलर के राहत पैकेज की घोषणा की। न्यूजीलैंड के वित्त मंत्री ग्रांट रॉबर्टसन ने मानाकवित्त मत्रा ग्राट राबटसन नमाना कि आर्थिक मंदी लगभग तय है। कि आथिक मदा लगभग तय ह। हालांकि उन्होंने कहा कि इस पैकेज में वेतन संबंधी सब्सिडी, कर राहत कर राहत तथा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया _है। यह अर्थव्यवस्था पर महामारी के असर का कुछ कम करेगा। अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर में एक फीसदी की कटौती कर चुका है। फेड ने अमेरिकी मारका अयप्यवस्था म /00 अरब डालर लर डालने का भी फैसला किया है। ला किया है। उसने 500 अरब डॉलर और 200 अरब डॉलर के सरकारी बांड खरीदने की घोषणा की है। वहीं, वहा, न्यूजीलैंड के केंद्रीय बैंक ने भी _आपातकालीन बठक क बाद सोमवार को ब्याज दरों में 75 15 बेसिस पॉइंट की कटौती की है।